भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता: टैरिफ तनाव के बीच नई डील की उम्मीद! जानिए बैठक में क्या हुआ?
भारत और अमेरिका के कारोबार रिश्तों में एक बार फिर उम्मीद की किरण जगी है। हाल ही में दिल्ली में हुई ट्रेड टॉक मीटिंग के बाद दोनों देशों ने खुलेआम माना कि बातचीत का माहौल बेहद पॉजिटिव रहा।
मंगलवार को अमेरिका के Assistant Trade Representative ब्रेंडन लिंच और भारत के वाणिज्य मंत्रालय के सीनियर अफसरों के बीच हुई इस मीटिंग ने दोनों देशों के व्यापार डील की नई राह खोल दी है। खास बात ये रही कि पिछले दिनों अमेरिका द्वारा इंडिया पर लगाए गए भारी-भरकम टैरिफ के बाद पहली बार दोनों देशों ने बैठकर विवाद सुलझाने और ट्रेड बढ़ाने पर खुलकर चर्चा की।
टैरिफ को लेकर बनी थी तकरार
जुलाई-अगस्त में रूस से ऑयल इम्पोर्ट पर इंडिया पर अमेरिका ने 50% तक का टैरिफ लगा दिया था, जिससे दोनों देशों में टेंशन देखने को मिली थी। हालांकि अब ताजा बातचीत के बाद दोनों सरकारें जल्द ही एक पारस्परिक और बहु-सेक्टोरियल ट्रेड एग्रीमेंट को अंतिम रूप देने की कोशिश कर रही हैं।
Mission 500: डबल कारोबार का टार्गेट
लीडरशिप लेवल पर भी नई सोच देखने को मिली है। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पष्ट दिशा दी है—2030 तक दोनों देशों के बीच ट्रेड को दोगुना से भी ज्यादा $500 अरब डॉलर तक पहुँचाना है, जबकि फिलहाल ये लगभग $190 अरब डॉलर के आसपास है।
क्यों है ये वार्ता खास?
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व्यापार समझौते की दिशा में नई पहल
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टैरिफ और गैर-टैरिफ मुद्दों को हल करने पर जोर
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आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने का प्लान
क्या बोले अधिकारी?
अमेरिकी दूतावास और भारत के वाणिज्य मंत्रालय दोनों ने बयान जारी कर इस ट्रेड टॉक को सकारात्मक, फॉरवर्ड-लुकिंग और पारदर्शी बताया है। दोनों ही पक्ष जल्द से जल्द नए व्यापार समझौते पर साइन करने की इच्छाशक्ति दिखा रहे हैं।